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 ऐ खुदा के पाक महमां अलविदा अल विदा ऐ माहे रमज़ाँ अलविदा तुझमें ही नाजिल हुआ कुरआन है चन्द ही दिन का अब तू महमान है कर रहे है जिन्न व इन्सां अलविदा अल विदा ऐ माहे रमज़ाँ अलविदा खुलते हैं इस माह में...

 ऐ शहे आली मकाम अस्सलातु वस्सलाम ऐ शहीदों के इमाम अस्सलातु वस्सलाम आपकी ताजीम कुरआँ ने हमें सिखलाई है काबिले सद एहतेराम अस्सलातु वस्सलाम वाह बातिल के न हार्यों में दिया है तू ने हाथ जान दे दी हक ...

 जैनब ने दुखड़ा जो सुनाया है हाय यज़दी लश्कर आया दिल है सकीना का थर्राया हाय यज़दी लश्कर आया शर्म से सूरज भी छुपता है सर से छिनी जैनब की रिदा है बालों से चेहरा है छुपाया हाय यज़दी लश्कर आया तुझको...

 है दर्द के मारे दरिया के किनारे जहरा के दुलारे दरिया के किनारे अब्बास ही बस थे जैनब का सहारा अब किसको पुकारे दरिया के किनारे आकाश है सहमा धरती भी है लरज़ाँ सूने हैं नजारे दरिया के किनारे हैं बारि...

 कर्बो बला का देखिए मन्जर लहू लहू अकबर लहू लहू कहीं असगर लहू लहू हो जाता दीने हक का मुक़ददर लहू लहू होते न अगर सिब्ते पयम्बर लहू लहू भर कर के रंग दीने रिसालत मुआब में हैं गुलशने अली के गुले तर लह...

 तस्वीर शहे दीं है जौ बार ताजिये में शब्बीर के बिखरे हैं अनवार ताजिये में ख्वाजा से कोई पूछे वारिस से कोई जाने शब्बीर का होता है दीदार ताजिये में अब्बास के बाजू हैं अकबर का भी लाशा है देखे तो कोई...

 याद आ गये हैं हैदरे कर्रार या हुसैन जिस दम उठायी आप ने तलवार या हुसैन दुनिया में बस उसी का है मेयार या हुसैन उल्फ्त में जो है आपकी सरशार या हुसैन दुश्मन हुए हैं बर सरे पैकार या हुसैन चश्मे करम ह...

 हबीबे शाफए महशर का नाम है शब्बीर फिदाये साहिबे कौसर का नाम है शब्बीर रजा ए खालिक अकबर का नाम है शब्बीर वकारे दीन पयम्बर का नाम है शब्बीर शुजाए फातहे खैबर का नाम है शब्बीर सवारे दोशे पयम्बर का ना...

 याद आयी करबला हम को तो हम रोने लगे एक हम क्या हूरो गिलमाने इरम रोने लगे बाजुए अब्बास अकबर का गला आका का सर लिखते लिखते खून का किस्सा कलम रोने लगे फर्ते गम से जब अली अकबर को रोना आ गया ऐसा लगता थ...

 तुम हो जहरा के जिगर पारे हो तुम नूरे नबी या हुसैन इब्ने अली या हुसैन इब्ने अली नूरे हक नूरे अज़ल शम्मे शबिस्ताने अरब शाहे दी शाहे मुबीं शाहे शहीदाने अरब हो अरब या हो अजम धूम है हर सिम्त तेरी या ...