तैबा की आरज़ू में जिये जा रहा हूं मैंजामे ग़मे फ़िराक़ पिये जा रहा हूं मैंतैबा की हाज़री का शरफ़ मिल गया मुझेहर फिक्र को सलाम किये जा रहा हूं मैंmadaarimedia.comअब क़ब्र के अंधेरों की परवाह नही...
Welcome Welcome Ya Rasulallah हूरों ने कहा गिल्मा ने कहा सब बोले मलक इन्साँ ने कहा करते इस्तक़बाल हैं हम या रसूलल्लाह Wellcome welcome welcome welcome ya rasulallah home of abdullah is lighting singin...