वह रब के नबी सब के गम ख़्वार बचाएंगे
हम सब को सरे महशर सरकार बचाएंगे
सरकार की आमद है पूंछो यह नसारा से
किस तरह से किसरा की दीवार बचाएंगे
सिद्दीको उमर उसमां और मौला अली मिलकर
इस्लामो शरीअत का मेयार बचाएंगे
घर बार लुटा कर और सर दे के सरे कर्बल
अब दीन को जन्नत के सरदार बचाएंगे
सरकार के गुलशन के फूलों से हुई निस्बत
खुद हम से शजर दामन अब खार बचाएंगे