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حضور مدار العالمین کی شان میں منقبت

 औलिया के इमाम का क्या कहना अय मदारुल मुहाम क्या कहना आप ही की है जात पर कायम है दो जहां का निजाम क्या कहना तुम जहां हो वहां बरसती हैं रहमतें सुब्हो शाम क्या कहना हिन्द में आके तुम ने छलकाया इश्क...

 जमाने भर पे है इहसां मदार वालों का बहुत वसीअ है दामां मदार वालों का इन्हें जमाने की गर्दिश सता नहीं सकती है रब तआला निगेहबां मदार वालों का न क्यूं जमीनों जमां हो मदार वालों के है दो जहान का सुल्...

 जलवा है मदीने का सरकार की गलियों में तारा है हर इक जर्रा सरकार की गलियों में पूरी हुयी हर मनशा सरकार की गलियों में जो मांगा है वो पाया सरकार की गलियों में यह बात जरा काजी मुतहर से कोई पूछे क्या ...

 जिन्दगी की सुबह हो या शाम हो कुत्बुल मदार लब पे तेरा जिक्र तेरा नाम हो कुत्बुल मदार तुमको दरबारे नबी से पहले होता है अता हुक्म हो कोई भी कोई काम हो कुत्बुल मदार जिन्दगी हो मौत हो महशर हो या रोजे...

 आका मेरे विलायत के शाहकार हो तुम बे मिस्ल औलिया में कुतुबुल मदार हो तुम मुख्तारे कुल के प्यारे ईसा के तुम हो वारिस मुर्दो को जिन्दगी दो बा इख्तियार हो तुम कहता है यह चमन का हर गुल हर एक गुन्ची ज...

 सुकून घर में मिले मुतमइन सफर में रहे मदारे पाक की जो शख्स भी नज़र में रहे नबी के हुक्म से तबलीगे दीन की खातिर तमाम उम्र मदारे जहां सफर में रहे तुम्हारे दिल में मोहब्बत रहे मदारे जहां तुम्हारे इश...

 हर एक है शैदायी हर एक है दीवाना सरकार का ऐसा है अन्दाज करीमाना मैखार हैं छलकाते मै इश्के रिसालत की है रश्के मए कौसर सरकार का मैखाना बेकार है आकाई मेरे लिये ऐ आका हस्ती जो मेरी गुजरे इस दर पे गुल...

 मोईनी मुजीबी सखी या वलिय्यी तनज़्ज़र बिहालिल असी या वलिय्यी अना अस्फ्‌लो अन्ता इब्नो अलिय्यिन अना अज़्लमो अन्ता नूरो नबीयिन फनव्विर बे नूरिन्नबी या वलिय्यी तनज्जर बेहालिल्असी या वलिय्यी न क्यों ...

 फिदाका वालेदाया बिलयकीना मदारल आलमीना नजम्तो बे मदहका इक्दन समीना मदारल आलमीना तेरा रौजा है रमहत का नगीना मदारल आलमीना तेरा मस्कद मिसाले तूरे सीना मदारल आलमीना उनादी ऐना या शैखददुनाए व अदऊ ऐना य...

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