madaarimedia

फिदाका या रसूलल्लाह फिदाका या रसूलल्लाह

 फिदाका या रसूलल्लाह फिदाका या रसूलल्लाह

जमाले रुए अन्वर से हैं ये आँखे मेरी रौशन

पसीना तेरा महकाए हुए है दिल का ये गुलशन

बसा इस दिल में बस तू है कि साँसों में तेरी बू है

है जेहनों में तेरा नक्शा फिदाका या रसूलल्लाह


अबू अय्यूब अन्सारी अनस सलमानों बू मूसा

अबू अस्वद बेलालो जैदो हस्सानो अबू तल्हा

वो सिददीको उमर हैदर वो जुन्नूरैन और बूजर

सहाबा का हर इक बच्चा फिदाका या रसूलल्लाह


सुहानी रात में ये जो सितारे जगमगाते हैं

उतरती चाँदनी है और जुगनू टिमटिमाते हैं

ये भंवरे गीत गाते हैं ये गुल जो मुस्कुराते हैं

तुम्हारे ही लिये आका फिदाका या रसूलल्लाह


तमन्नाए दिली मेरी जो बर आए तो क्या कहना

तुम्हारे आस्तों की दीद हो जाए तो क्या कहना

है आँखो में तेरा रौजा मगर मजबूर हूँ आका

बुला लीजे मुझे तैबा फ़िदाका या रसूलल्लाह


सजाए ख्वाब आखों में बसाए दिल में गम तेरा

हूँ बैठा राहे तैबा पर के कब होगा करम तेरा

बुलावा आएगा कब तक शजर मुस्काएगा कब तक

तेरा दीदार कब होगा फिदाका या रसूलल्लाह
__

Leave a Comment

Related Post

Top Categories