madaarimedia

کون یہاں ہے کس کا ساتھی یہ مطلب کی دنیا ہے

 

कौन यहाँ है किसका साथी यह मतलब की दुनिया है
जो दुखियों के आँसू पोछे वोह तो मदीने वाला है

ऐसा करम फरमाने वाला कोई बताओ देखा है
बाँधे है अपने पेट से पत्थर और दुनिया का दाता है

इन्ना आतैना कल कौसर कुरऔं में फरमाया है
ख़ालिक़े आज़म ने ए आक़ा आपको सब कुछ बख्शा है

नूरे मुजस्सम के क़दमों को प्यार से तूने चूमा है
अर्जे मदीना अर्श का हमसर तेरा ज़र्रा ज़र्रा है
madaarimedia.com
दर दर ठोंकर खाने वालो इस दर्जा बे आस न हो

आओ माँगें भीख उसी से जो रहमत का दरिया है

अपनी तो बद आमाली से बख्शिश की उम्मीद नही
महशर में ए शाफेऐ महशर तेरा एक सहारा है

दोनो जहाँ की भीख मिली है तेरी ही तावानी से
तुझमें मकीं है नूरे मुजस्सम ख़ज़रा तेरा क्या कहना है

सोज़, चलो दरबारे मदीना क्या है भरोसा जीने का
जाने कब होता है सवेरा दुनिया रैन बसेरा है

ـــــــــــــــــــــــــــــــــــــــ


Leave a Comment

Related Post

Top Categories